पाकिस्तान में किस तरह से आतंकवादी संगठनों का दबदबा है उसकी जानकारी और उसकी पुष्टि एक बार फिर पूरी दुनिया के सामने है वहां हालत यह है कि अब आतंकी सीधे-सीधे सैनिक पुलिस असिस्टेंट कमिश्नर और पाकिस्तानी आर्मी के कर्नल को घर से उठा ले जा रहे हैं स्थिति यह है कि डेरा इस्माइल खां के इलाके में एक बड़े किडनैपिंग को अंजाम दिया गया है इसको अंजाम देने के पीछे पाकिस्तानी तालिबान का हाथ है इसके अलावा तालिबानी इतने निडर है कि वह इसकी जानकारी खुद विडिओ वायरल करके दे रहे है।
कौन है पाकिस्तान के कर्नल को किडनैप करने वाले तालिबान
आपको बता दें कि पाकिस्तान के कमिश्नर को किडनैप करने वाले तालिबानी है और ये तालिबानी अफगानिस्तान के नहीं है बल्कि पाकिस्तान में भी एक तहरीक ए तालिबान है जो पाकिस्तान में अपना शासन लागू करना चाहता है और वो भी शरीयत के हिसाब से ठीक वैसे ही जैसे अभी अफगानिस्तान में तालिबानी शासन है और इसके लिए ये तहरिक ए तालिबान सीधी सीधी टक्कर पाकिस्तानी सेना और पाकिस्तानी सरकार से ले रहा।
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क्या है वायरल विडियो में
दरअसल तहरीक ए तालिबान यानि टीटीपी के द्वारा किडनैप किए गए लोगों की एक वीडियो जारी की गई इस वीडियो में एक आर्मी का कर्नल है और उसके साथ कई और लोग भी हैं जिसमें पुलिस असिस्टेंट कमिश्नर भी शामिल है इस वीडियो में खुद पाकिस्तानी आर्मी के कर्नल खालिद आमिर यह कहते हुए दिखाई दे रहे हैं कि वह सुरक्षित हाथों में है और तालिबान की कस्टडी में है हम एक ऐसे इलाके में हैं जहां पाकिस्तान सरकार की कोई हुकूमत काम नहीं करती यहां पाकिस्तान सरकार की कोई पकड़ नहीं है इस वीडियो में तालिबानी लड़ाके भी खड़े दिखाई दे रहे हैं
अधिकारियों को अगवा कर अपनी मांगे मँगवाता है तालिबान
इसके बाद वह इस वीडियो में यह कहते हुए दिखाई देते हैं कि हम सरकार से अपील करते हैं और तमाम प्रशासन से अपील करते हैं कि तालिबान की मांगों को मान लिया जाए ताकि हमें छोड़ा जा सके इसके अलावा जिस आर्मी ऑफिसर के भाई को आसिफ आमिर को कैद किया गया वो पुलिस असिस्टेंट कमिश्नर हैं वह भी कुछ इस तरह का बयान देते हुए दिखाई दिए और उन्होंने भी यह कहा कि पाकिस्तानी प्रशासन हमें रिहा कराने के लिए तालिबान की मांग मान ले।
वहीं इस पूरे वीडियो को लेकर बताया जा रहा है कि सुरक्षा अधिकारियों ने इस वीडियो की पुष्टि कर दी है और जो लोग बंदी बनाए गए हैं जो इस वक्त तालिबान की गिरफ्त में है वो पहचान लिए गए हैं कि वो कौन लोग हैं इसके अलावा दो और लोग जो कैद किए गए हैं उनके बारे में कोई जानकारी नहीं है यानी कि तालिबानी आतंकियों के पास अभी इस वक्त चार लोग कैद में है और उनके बदले वह अपनी मांगें कर रहा है
अफगानिस्तानी तालिबान का है साथ
लगातार डेरा इस्माइल ख़ैबर-पख़्तूनख़्वाके इलाके में पाकिस्तानी तालिबान लगातार सुरक्षा एजेंसियों को अपने निशाने पर रखता है और लगातार उन पर हमले करते रहता है यह वह इलाका है जो अफगानिस्तान के बॉर्डर से लगता है और यही वजह है कि यहां पाकिस्तानी सुरक्षा कर्मी पूरी तरह से विफल दिखाई पड़ते हैं बताया जाता है कि अफगानिस्तान की टेरिटरी से लगातार यहां तालिबानी पाकिस्तान के लड़ाके दाखिल होते हैं हमला करते हैं और फिर वह अफगानिस्तान चले जाते हैं।
लगातार इस तरह के आरोप पाकिस्तान की तरफ से भी लगाए गए लेकिन अफगानिस्तान में मौजूद तालिबानी प्रशासन इस तरह के आरोपों को खारिज कर करता रहा है वहीं यूएन भी यह कहता है कि जो टीटीपी है यानी कि तहरीक तालिबान पाकिस्तान है वह अफगानिस्तान में मौजूद है और वहां का वह सबसे बड़ा आतंकी संगठन है।
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अब ऐसे में देखना यह है कि पाकिस्तान इस पूरे मसले से कैसे छुटकारा पाती है और क्या वह अपने सेना के जवान को पुलिस असिस्टेंट कमिश्नर को बचा पाती है या फिर कोई और नई जानकारी देश दुनिया के सामने आएगी