आज के डिजिटल युग में जहां हर देश अपनी सुरक्षा के लिए अत्याधुनिक तकनीक पर निर्भर है तो वहीं भारत एक कदम आगे बढ़कर साइबर स्पेस में भी अपनी ताकत बढ़ाने के लिए पूरी तरह से तैयार है भारत सरकार अपने Cyber Commandos का पहला बैच तैयार करने जा रही है यह साफ संकेत देता है कि भारत ना केवल वर्तमान बल्कि भविष्य के खतरों का सामना करने के लिए खुद को सक्षम बना रहा है
भारत क्यों बना रहा है साइबर कमांडो
दरअसल भारत सरकार द्वारा आईआईटी और ट्रिपल आईटी के साथ साझेदारी में Cyber Commandos की तैयारी का यह निर्णय यह साबित करता है कि भारत आने वाले समय में हर प्रकार के खतरों से निपटने के लिए तैयार है यह Cyber Commandos ना केवल साइबर अटैक से निपटने में सक्षम होंगे बल्कि साइबर स्पेस में होने वाली किसी भी प्रकार की गतिविधियों पर भी नजर रखें
किन देशों के पास है Cyber Commandos
अगर हम दूसरे देशों की बात करें तो अमेरिका रूस चीन इजराइल और उत्तर कोरिया जैसे देशों के पास पहले से ही Cyber Commandos की टीम मौजूद है यह अपनी साइबर कमांडो टीमों के माध्यम से ना केवल अपने देश की सुरक्षा करते हैं बल्कि साइबर स्पेस में किसी भी प्रकार की संदिग्ध गतिविधियों का पता भी लगाते हैं
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अमेरिका के पास यूएस Cyber Commandos नामक एक विशेष इकाई है जो दुनिया भर में साइबर ऑपरेशन का संचालन करती है इसी तरह रूस के अपने Cyber Commandos हैं और चीन की प्लाई यूनिट 6139 साइबर युद्ध के क्षेत्र में अपने-अपने देशों की ताकत बढ़ाने में अग्रणी है इजराइल की यूनिट 8200 भी साइबर सुरक्षा के क्षेत्र में अपनी पहचान बना चुकी है
भारत की साइबर स्पेस में बढ़ेगी ताकत
अब ऐसे में भारत का यह कदम ना केवल साइबर सुरक्षा के क्षेत्र में उसकी ताकत को बढ़ाएगा बल्कि इसे एक साइबर पावर के रूप में भी स्थापित करेगा जहां दूसरे देश पहले से ही इस दिशा में काम कर रहे हैं वहीं भारत का अब इस क्षेत्र में प्रवेश करना यह दर्शाता है कि भारत ने अपनी रणनीति को कितनी सूझबूझ से तैयार किया है
वैसे आईआईटी और ट्रिपल आईटी जैसे बड़े संस्थानों के साथ मिलकर भारत के Cyber Commandos का प्रशिक्षण यह सुनिश्चित करेगा कि यह विशेषज्ञ ना केवल तकनीकी रूप से सक्षम हो बल्कि साइबर स्पेस में होने वाली किसी भी चुनौती का सामना करने के लिए तैयार हो भारत का यह कदम आने वाले समय में साइबरस्पेस में उसकी ताकत को कई गुना बढ़ाएगा
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भविष्य के खतरों को पहले भी पता लगाया जा सकेगा
जिस तरह से भारत अब ने Cyber Commandos को तैयार कर रहा है यह सीधा संकेत है कि भविष्य में भारत साइबर सुरक्षा के क्षेत्र में ना केवल आत्मनिर्भर होगा बल्कि दूसरे देशों के लिए भी एक उदाहरण बनेगा खैर यह कुछ भी हो लेकिन भारत का यह निर्णय देश की सुरक्षा के क्षेत्र में एक नए युग की शुरुआत है साइबर कमांडो के माध्यम से भारत ने यह साफ संदेश दिया है कि वो ना केवल वर्तमान बल्कि भविष्य के खतरों का सामना करने के लिए पूरी तरह से तैयार है यह कदम ना केवल भारत को साइबर स्पेस में एक नई ऊंचाई पर पहुंचाएगा बल्कि वैश्विक स्तर पर उसकी प्रतिष्ठा को और मजबूत करेगा।