Car Safety Sticker: कार खरीदते समय बहुत से लोग उसका माइलेज देखते हैं कई लोग ऐसे भी होते हैं जो सेफ्टी को ध्यान में रखकर कार को सेलेक्ट करते हैं अगर आप भी ऐसे लोगों में शामिल हैं जो एक मजबूत और सेफ गाड़ी खरीदना पसंद करते हैं तो आपके लिए अच्छी खबर है दरअसल सरकार ने भारत एनसीएपी यानी भारत न्यू कार असेसमेंट प्रोग्राम का नया सेफ्टी स्टीकर लांच किया है इसका यूज भारत न्यू कार असेसमेंट प्रोग्राम के तहत टेस्ट किए गए वाहनों पर किया जाएगा तो आखिर क्या है यह नया सेफ्टी स्टीकर जिसे सरकार ने लॉन्च किया है इससे लोगों को क्या फायदा होगा इस वीडियो में आपको इन सभी सवालों के जवाब मिलेंगे
Car Safety Sticker क्या है?
केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमंत्री नितिन गडकरी ने पिछले साल यानी 2023 के अगस्त में भारत न्यू कार असेसमेंट प्रोग्राम को लांच किया था इसे अक्टूबर 2023 में लागू किया गया इस प्रोग्राम में गाड़ियों का क्रैश टेस्ट किया जाता है इस क्रैश टेस्ट में बेस पर गाड़ियों को सेफ्टी रेटिंग दी जाती है अब सरकार ने भारत एनसीएपी का नया सेफ्टी रेटिंग स्टीकर लॉन्च किया है इसका यूज़ भारत न्यू कार असेसमेंट प्रोग्राम के तहत टेस्ट किए गए वाहनों पर किया जाएगा।
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इस स्टीकर से सेफ्टी रेटिंग का पता लगाया जाएगा
यह स्टीकर हर उस कार पर लगाया जाएगा जिसकी क्रैश टेस्टिंग भारत एनसीएपी के द्वारा की जाएगी असल में गाड़ी की मजबूती का पता लगाने के लिए एक ही तरीका है और वह है क्रैश टेस्टिंग जब तक देश में भारत एनसीएपी को नहीं लाया गया था तब तक ग्लोबल एनसीएपी एजेंसी ही गाड़ियों की टेस्टिंग करने के बाद उन्हें सेफ्टी के आधार पर रेटिंग देती थी रिपोर्ट्स के मुताबिक स्टीकर में गाड़ी का मॉडल परीक्षण की तारीख एडल्ट और चाइल्ड सेफ्टी दोनों के लिए स्टार रेटिंग शामिल होगी
Car Safety Sticker कैसे होता है?
यह स्टीकर क्यूआर कोड के साथ आता है इसे स्कैन करते ही गाड़ी के सेफ्टी क्रैश की पूरी डिटेल आपके सामने आ जाएगी स्टीकर पर दिए जाने वाले क्यूआर कोड को आप अपने स्मार्ट फोन से स्कैन कर सकते हैं इसके बाद आपको उस गाड़ी के क्रैश टेस्ट की पूरी डिटेल अपने मोबाइल पर ही मिल जाएगी
बता दें कि क्रैश टेस्टिंग के दौरान गाड़ी को एक तय स्पीड पर दौड़ाया जाता है और फिर कार ऑब्जेक्ट से टकराती है टेस्टिंग के लिए कार में चार से पांच डमी को रखा जाता है रियर सीट पर बच्चे की डमी भी रखी जाती है टेस्टिंग के बाद अलग-अलग चीजों पर गौर किया जाता है जैसे कि डमी कितने डैमेज हुए एयरबैग खुले या नहीं और इन सभी चीजों को ध्यान में रखते हुए गाड़ी को सेफ्टी रेटिंग दी जाती है
कुल मिलाकर भारत एनसीएपी के नए सेफ्टी रेटिंग स्टीकर का लोगों को कितना फायदा मिलेगा लोगों को कितनी आसानी होगी आने वाले वक्त में पता चलेगा आप भारत में गाड़ियों की सेफ्टी और भारत एनसीएपी के नए सेफ्टी रेटिंग स्टीकर के बारे में क्या सोचते हैं कमेंट करके जरूर बताएं