झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री चंपई सोरेन ने भाजपा ज्वाइन कर ली है आपको बता दें की पिछले कुछ दिनों से ये कयास लगाए जा रहे थे की चंपई सोरेन जल्द ही भाजपा में शामिल होने है, जब से कोल्हान टाइगर चंपई सोरेन (Champai Soren) दिल्ली पहुंचे थे, तब से पूरे देश की निगाहें चंपई सोरेन के ऊपर है, बीते सोमवार को चंपई बीजेपी के बड़े नेताओं से दिल्ली में बातचीत की और अपनी शर्तें रखी, लेकिन असम में मुख्यमंत्री हेमंत बिस्वा ने आधिकारिक पुष्टि करते हुए एक्स पर एक पोस्ट डालकर देशवासियों को इसकी जानकारी दी है।
कौन है कोल्हान टाइगर चंपई सोरेन
चंपई सोरेन झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री है इन्होंने अलग झारखंड राज्य आंदोलन में सरकार से लंबी लड़ाई लड़कर झारखंड को एक नया राज्य बनाने में अहम भूमिका निभाई थी, पहली बार कोल्हान टाइगर चंपई सोरेन साल 1991 में निर्दलीय विधायक बने और उसके बाद जेएमएम पार्टी को अपना समर्थन दे दिया। लेकिन साल 2000 में हुए इलेक्शन में वो हार गए लेकिन फिर 2005 से लेकर अभी तक वो लगातार जीतते आ रहे हैं।
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बीजेपी और झारखंड मुक्ति मोर्चा के गठबंधन की सरकार में इन्होंने पहली बार मंत्री पद की शपथ ली इसके बाद 2019 के चुनाव में कोल्हान क्षेत्र में झारखंड मुक्ति मोर्चा ने ऐतिहासिक जीत दर्ज की जिसका पूरा श्रेय चंपई सोरेन को दिया जाता है।
भाजपा में क्यों शामिल हुए चंपई सोरेन
दरअसल झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को ईडी ने मनी लांड्रिंग के एक केस में गिरफ्तार कर लिया था, हेमंत के जेल जाते ही चंपई सोरेन को विधायक दल का नेता चुना जाता है और उनको झारखंड का 12वें मुख्यमंत्री चुना जाता है।
पांच महीने बाद 28 जून को हेमंत सोरेन को हाइकोर्ट ने जमानत पर रिहा कर दिया और वे जेल से बाहर आ गए उनके बाहर आते ही उनके फिर से मुख्य्मंत्री बनने की चर्चा गर्म हो गई। इन चर्चाओं पर विराम लगाने के लिए चंपई सोरेन के आवास विधायकों और पार्टी के बड़े नेताओं की एक तात्कालिक मीटिंग बुलाई गई और सबकी सहमति से हेमंत सोरेन ने दोबारा झारखंड के सीएम पद का कार्यभार अपने हाथों में ले लिया और चंपई सोरेन को मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देना पड़ा, चंपई ने मीडिया से बातचीत में बताया की मेरा अपमान हुआ है मुझे पहले से इसकी कोई जानकारी नहीं दी गई थी इसी कारण चंपई सोरेन जेएमएम का साथ छोड़कर बीजेपी में शामिल हो गए।
चंपई के लिए जगी हमदर्दी
आपको बता दें की जब से चंपई सोरेन को मुख्यमंत्री के पद से हटाया गया है तब से झारखंड के लोगों में चंपई के लिए हमदर्दी जग गई है लोग इंटरनेट पर हेमंत सोरेन को खरी खोटी सुना रहे है इधर चंपई सोरेन भी अपने आत्मसम्मान पर लगी चोट से झारखंड मुक्ति मोर्चा पार्टी का साथ छोड़कर बीजेपी का दामन थामने वाले है
चंपई ने कराया अपने कद का एहसास
रिपोर्ट्स के मुताबिक चंपई पिछले कुछ महीनों से बीजेपी के बड़े नेताओं के संपर्क में है उन्होंने गृहमंत्री अमित शाह से भी मुलाकात की है। चंपई सोरेन को कोल्हान टाइगर ऐसे ही नही कहा जाता वो अपने वोटर की नब्ज को दबाना जानते है पिछले कुछ महीने से चंपई रैलियां करके झारखण्ड मुक्ति मोर्चा को अपने कद का एहसास करवा रहे थे उनके सभी रैलियों में हजारों की भीड़ उनके समर्थन में सड़क पर उतर गई।