साइबर अपराध चुनौती से बढ़कर अब एक खतरनाक हकीकत बन चुका है डिजिटल युग के पांव पसारने के साथ ही इस तरह की ठगी के मामलों में लगातार बड़ा उछाल आ रहा है अगर अकेले देश की राजधानी की बात करें तो दिल्ली पुलिस के ताजा आंकड़ों के मुताबिक इस साल जनवरी से जून के बीच 452 करोड़ की साइबर ठगी हुई है जबकि साल 2023 के पहले 6 महीनों में 175 करोड़ साइबर ठगों ने लोगों के खाते से निकलवा लिए थे यानी एक साल के दौरान साइबर ठगी में 158 पर का उछाल दर्ज किया गया है
सिर्फ 1 कॉल से लोगों के बैंक अकाउंट मिनटों में खाली

केवल एक कॉल से लोगों के बैंक अकाउंट मिनटों में खाली हो रहे हैं इस साल ठगों ने नई तकनीकों रणनीतियों और तरीकों का इस्तेमाल करके ज्यादा रकम ठगने का काम किया है ठग डिजिटल वॉलेट्स और क्रिप्टो करेंसी का इस्तेमाल करके पैसों को छुपाने और ट्रेसिंग से बचने में सफल हो रहे हैं।
ये है 5 फोन नंबर
साइबर ठगों का आम तरीका है फर्जी इंटरनेशनल नंबरों से कॉल करना, दूरसंचार विभाग ने +75 +89 +85 +86 +87 +84 जैसे फर्जी इंटरनेशनल नंबरों से आने वाले कॉल्स को खतरनाक बताया है यह कॉल्स इंटरनेट जनरेटेड होते हैं और ठग खुद को ट्राई या डॉट का अधिकारी बताकर लोगों की निजी जानकारी चुराते हैं।
पुलिस भी नहीं कर पा रही ट्रेस
गरीब और अशिक्षित लोगों का भी इस्तेमाल साइबर ठगी में हो रहा है ठग मामूली रकम देकर उनके बैंक खाते खुलवा हैं और उन खातों को दूसरी ठगों को बेचते हैं जब पुलिस मनी ट्रेल को ट्रेस करती है तो असली मास्टरमाइंड तक पहुंचना मुश्किल हो जाता है ठगी की रकम को क्रिप्टो करेंसी में बदलकर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भेज दिया जाता है जिससे इसे ट्रेस करना और मुश्किल हो जाता है
इस तरह की कॉल आने पर क्या करना चाहिए?
सरकार ने समस्या से निपटने के लिए चक्षु पोर्टल लांच किया है इस पोर्टल पर फर्जी कॉल्स की शिकायत दर्ज कराई जा सकती है एक बार शिकायत दर्ज होने के बाद संदिग्ध नंबर को ब्लैकलिस्ट कर दिया जाता है है दूरसंचार विभाग ने साफ किया है कि डॉट कभी भी इन नंबरों से कॉल नहीं करता किसी भी संदिग्ध कॉल को अटेंड करने से बचे और तुरंत इसे चक्षु पोर्टल पर रिपोर्ट करें इसके अलावा अगर आप ठगी का शिकार हो जाएं तो तुरंत साइबर हेल्पलाइन नंबर 1930 पर गौर करें समय पर रिपोर्ट करने से ठगी गई रकम को फ्रीज किया जा सकता है
निष्कर्ष
इसी डिजिटल युग में साइबर सुरक्षा हमारी प्राथमिकता होनी चाहिए साइबर ठगों से बचने के लिए सतर्कता और जागरूकता ही सबसे बड़ा हथियार है वैसे भी साइबर अपराध के बढ़ते खतरे को रोकने के लिए हर नागरिक को सतर्क होना चाहिए सरकार पुलिस और समाज मिलकर ही इस चुनौती का सामना कर सकते हैं आप साइबर ठगी के बारे में क्या सोचते हैं कमेंट करके बताएं
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