तजिंदर सिंह बग्गा (Tajinder Singh Bagga) भारतीय राजनीति में एक ऐसा नाम है जो हमेशा विवादों और चर्चाओं का केंद्र रहा है। दिल्ली भाजपा के युवा मोर्चा में एक प्रमुख नेता के रूप में उनकी पहचान बन चुकी है। बग्गा ने हाल ही में बिग बॉस के 18वें सीजन में प्रतियोगी के रूप में भाग लिया, जहां अभिनेता सलमान खान ने उन्हें शो के पांचवें प्रतियोगी के रूप में प्रस्तुत किया।
प्रारंभिक जीवन और शिक्षा/ Early life and education
तजिंदर सिंह बग्गा का जन्म 24 September, साल 1985 में नई दिल्ली में हुआ। उनके पिता, प्रीत पाल सिंह, तिलक नगर में एक कपड़े की दुकान के मालिक हैं, और उनकी माँ, कमलजीत कौर, ने हर कदम पर उनका समर्थन किया है। बग्गा का परिवार उनके लिए प्रेरणा का स्रोत रहा है, जिसने उन्हें अपने विचारों को साकार करने की प्रेरणा दी।
बचपन से ही उन्हें राजनीतिक गतिविधियों में रुचि थी। उन्होंने केवल चार साल की उम्र में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) में शामिल होने का निर्णय लिया, और मात्र चौदह वर्ष की आयु में जेल गए। यह उनकी राजनीतिक सोच की शुरुआत थी, जो बाद में उनके जीवन का अभिन्न हिस्सा बन गई।
राजनीतिक करियर की शुरुआत/ Beginning of political career
तजिंदर ने अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत एक सक्रिय कार्यकर्ता के रूप में की। उन्होंने ‘भगत सिंह क्रांति सेना’ नामक संगठन की सह-स्थापना की, जिसका उद्देश्य उन लोगों के खिलाफ कार्रवाई करना था, जिन्हें वे ‘विरोधी राष्ट्रीय ताकतें’ (opposing national forces) मानते थे।

इस संगठन ने कई बार सार्वजनिक रूप से उन व्यक्तियों का सामना किया जो ‘भारत विरोधी’ बयान देते थे। साल 2011 में, उन्होंने प्राशांत भूषण पर हमला करने की जिम्मेदारी ली, जो कश्मीर पर जनमत संग्रह के पक्ष में थे। इस घटना ने उन्हें राष्ट्रीय मीडिया में चर्चा का विषय बना दिया।
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भाजपा में प्रवेश/ Entry into BJP
बग्गा का प्रभावी सोशल मीडिया उपयोग भाजपा में उनकी पहचान बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। साल 2015 में, वे #Super150 समूह के सदस्यों में शामिल हुए, जिसे पीएम मोदी ने डिजिटल इंडिया लॉन्च के दौरान अपने आधिकारिक आवास पर आमंत्रित किया। साल 2017 में,

उन्होंने भाजपा में औपचारिक रूप से शामिल होने का निर्णय लिया, और पार्टी के युवा विंग में तेजी से उभरे। उनके सोशल मीडिया पोस्ट अक्सर वायरल होते हैं और यह उन्हें पार्टी में एक महत्वपूर्ण स्थान दिलाने में मदद करते हैं।
2020 दिल्ली विधानसभा चुनाव/ 2020 Delhi Assembly elections
बग्गा ने साल 2020 में दिल्ली विधानसभा चुनावों में हरि नगर निर्वाचन क्षेत्र/constituency से चुनाव लड़ा, लेकिन उन्हें हार का सामना करना पड़ा। इसके बावजूद, उन्होंने भाजपा की आउटरीच और प्रचार अभियानों में सक्रिय रूप से भाग लिया। वे राष्ट्रीय सुरक्षा, हिंदू राष्ट्रवाद और भाजपा के राजनीतिक एजेंडे पर अक्सर बोलते रहे हैं।
कानूनी विवाद और विवाद/ Legal disputes and controversies
तजिंदर सिंह बग्गा अपने राजनीतिक करियर के दौरान कई कानूनी विवादों में उलझ चुके हैं। 2022 में, उन्हें पंजाब पुलिस ने भड़काऊ सोशल मीडिया पोस्ट के आरोप में गिरफ्तार किया। यह गिरफ्तारी एक आम आदमी पार्टी (AAP) नेता की शिकायत के बाद हुई, जिसमें आरोप लगाया गया कि बग्गा ने धार्मिक और साम्प्रदायिक दंगे भड़काने का प्रयास किया।

उनकी गिरफ्तारी ने एक राजनीतिक तूफान खड़ा कर दिया, जिसमें भाजपा ने आम आदमी पार्टी पर राजनीतिक प्रतिशोध का आरोप लगाया। हालांकि, बाद में उन्हें रिहा कर दिया गया।
व्यापारिक उपक्रम/ Business venture
तजिंदर बग्गा एक सफल व्यवसायी भी हैं। उन्होंने “T-Shirt Bhaiyya” नामक ऑनलाइन स्टोर की स्थापना की, जिसमें टी-शर्ट, कुर्ता, जैकेट और अन्य सजावटी सामान बेचे जाते हैं। उन्होंने हाल ही में “Kulhad Biryani” नामक अपने नए उपक्रम की घोषणा की, जिसे वे ‘जठका बिरयानी ब्रांड’ के रूप में प्रस्तुत कर रहे हैं, जो हलाल मांस का विकल्प है।
निष्कर्ष/ Conclusion
तजिंदर सिंह बग्गा की कहानी उनके साहसिक और विवादास्पद दृष्टिकोण के साथ-साथ उनकी दृढ़ इच्छाशक्ति का प्रतीक है। वे न केवल एक राजनीतिज्ञ हैं, बल्कि एक व्यवसायी भी हैं, जो अपनी सोच और दृष्टिकोण को लेकर हमेशा मुखर रहते हैं। बग्गा की यात्रा हमें यह सिखाती है कि राजनीति में सक्रियता और समर्पण कितना महत्वपूर्ण होता है, चाहे वह विचारधारा के संदर्भ में हो या व्यक्तिगत सफलता के लिए। भविष्य में वे किस दिशा में जाएंगे, यह देखना रोचक होगा, लेकिन यह निश्चित है कि उनकी आवाज़ राजनीति के मंच पर सुनाई देती रहेगी।
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